Woolen Clothes Care: सर्दियों का मौसम अब धीरे-धीरे खत्म हो चुका है ऐसे में वूलन कपड़ों को सुरक्षित तरीके से पैक करने के लिए नीचे दिए गए टिप्स अपनाएं। महिलाएं कपड़ों को सहेज कर रखती हैं वहीं सर्दियों खत्म होने के साथ ही परिवार के सभी सदस्यों के कपड़ों को आप यदि Woolen Clothes Care सुरक्षित तरीके से रखें तो अगले सीजन में भी वह नए जैसी रहती हैं। खासकर उन्हीं कपड़ों का रख-रखाव जरूरी होता है क्योंकि यह कपड़े नमी के कारण खराब होने लग जाते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको उन्हीं कपड़ों के रखरखाव के लिए कुछ सावधानी भरे टिप्स के बारे में बताएंगे जिससे आपका यह कपड़े अगले सीजन भी काम आएंगे।
एयरटाइट बैग – Airtight Bag
कश्मीरी और पश्मीना शॉल ज्यादातर लोगों की पसंदीदा शॉल हैं। इन्हें हमेशा ऐसे बैग में रखना चाहिए, जिसमें हवा बिल्कुल भी प्रवेश न कर सके। इसके लिए एयरटाइट बैग का इस्तेमाल करने से ये नमी से बचे रहते हैं। इन शॉल को बैग में पैक करते समय नेफ़थलीन की गोलियां रखना न भूलें. रेशम के स्कार्फ और शॉल के लिए मलमल के कपड़े का उपयोग करें और उन्हें ठीक से लटकाएं। इससे उनमें झुर्रियां पड़ने से बचाव होगा।
कोट सूती बैग – Coat Suti Bag
कपड़े सूती थैलों में रखें। एयरटाइट बैग में न रखें. खासतौर पर ऊनी स्वेटरों को लिनेन या कॉटन से बने बैग में लपेटकर रखना चाहिए। फर कोट या ऊनी कोट को कॉटन बैग में रखें और हैंगर पर लटका दें। इन्हें प्लास्टिक की थैलियों में नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा इन्हें ठंडी और अंधेरी जगह पर रखना चाहिए। इसके बावजूद यदि किसी कारणवश कोट में नमी रह जाती है तो उन्हें ताजी हवा में सुखाना चाहिए।
ब्रश और धूप – Brush
ऊनी कपड़ों को सुरक्षित रखने से पहले उन्हें अच्छी तरह से ब्रश कर लें और फिर कुछ देर के लिए धूप में रख दें। इन्हें धूप के संपर्क में आने के बाद ही पैक करें। दरअसल, ऊनी कपड़ों को सीधे पैक करने से कई बार उनमें नमी रह जाती है, जिससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और वे खराब हो जाते हैं। इसके अलावा तैयार ऊनी कपड़ों को हैंगर में लटकाकर रखें और हाथ से बने स्वेटर और अन्य गर्म कपड़ों को मोड़कर रखें।