Menstrual Hygiene: महिलाओं को हर महीने होने वाले पीरियड्स (Periods) के दौरान अपने शरीर का खास ध्यान रखना चाहिए। शरीर के साध साफ-सफाई (Menstrual Hygiene) का भी विशेष रुप से ख्याल रखना चाहिए अन्यथा आपको कई सारे इन्फेकशन और बीमारी होने का खतरा हो सकता है। खासतौर से कम उम्र की लड़कियों को इन दिनों विशेष रुप से अपने हाइजीन पर ध्यान देना चाहिए। सही तरह से हाइजीन न होने की वजह से लड़कियों को वजाइनल (Vaginal and Uterus) और यूट्रस दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार इसका सीधा असर आने वाले समय पर देखने को मिलता है।
क्यों होती है हाइजीन की आवश्यकता ( Need of Menstrual Hygiene )
पीरियड्स या मासिक धर्म (Menstrual Period) के दिनों में पांच दिन तक होने वाली ब्लीडिंग और नेपकीन आदि का इस्तेमाल करने से वजाइनल में बैक्टिरिया होने के चांस अधिक बढ़ जाते हैं। पहले के समय में महिला इन दिनों अपनी देखभाल का खास ध्यान नहीं रख पाती थी। वह सिनैटरी पैड की जगह साधारण कपड़ा यूज करती थी। जिस कारण उन्हें कई सारी प्रॉब्लमस का सामना करना पड़ता था। आज इस लेख में आपको ऐसे ही कुछ हाइजीन से जुड़ी बातों के बारे में बताया गया है।
हर 4 घंटे में चेंज करें पैड (Menstrual Hygiene)
पीरियड्स के दौरान महिलाएं पैड का इस्तेमाल करती है। ऐसे में हर 4 से 5 घंटें के बाद आपको अपना पैड या टैम्पोन को जरुर चेंज करना चाहिए। अन्यथा रेशेज और इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। और अजीब सी बदबू भी आने लगती है। ऐसे में पैड चेंज करते समय अपने वजाइनल पार्ट को भी हल्के गर्म पानी की मदद से अच्छे से क्लीन करना चाहिए।
शॉवर जरुर लें
पहले के समय में पीरियड्स को लेकर एक मिथ थी कि इन दिनों में नहाना नहीं चाहिए। यह मिथ बिल्कुल ही गलत है। शरीर और प्राइवेट एरिया के लिए इन दिनों खास साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। इन दिनों एक की बजाए दो बार नहाना चाहिए।
वर्कआट करे
इन दिनों ब्लीडिंग होने के वजह से पेट में क्रैम्पस भी बहुत अधिक आते हैं। और दर्द भी होता है। इसलिए 10-15 मिनट योगा और वर्कआउट करना भी बेहतर माना जाता है।
हाथों को अच्छे से वॉश करें
पीरियड्स के दिनों में पैड को बदलते समय या वॉश रुम यूज करने के बाद अपने हाथों को सोप की मदद से अच्छे तरीके से धोना चाहिए। हाथों ते माध्यम से भी इंफेक्शन होने का खतरा हो सकता है।
Tips: इन सबके अलावा आपको अपनी अच्छी डाइट और पानी की मात्रा को बॉडी में सहीं मात्रा में रखना जरुरी होता है। अन्यथा ब्लड रिलीज होते समय आपको दर्द सहन करना पड़ सकता है।