Manage Budget: जब हम अकेले होते हैं तो अपने खर्चों का प्रबंधन करते हैं। लेकिन शादी के बाद बजट अचानक बढ़ जाता है। आसमान छूते बजट के कारण पति-पत्नी के रिश्ते में झगड़े शुरू हो जाते हैं। ऐसे में पति-पत्नी के रिश्ते में दरार आ सकती है। शादी के बाद पति-पत्नी दोनों की जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। घर चलाने के लिए दोनों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है।
जब घर चलाने की बात आती है तो पार्टनर्स को मिलकर अपने घर का बजट तय करना चाहिए। बजट बिगड़ने से बचने के लिए बिना प्लानिंग के खर्च करना चाहिए। हालांकि, अगर शादी के बाद आपका बजट बिगड़ गया है तो यहां हम आपको इसे मैनेज करने के लिए कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं।
इमरजेंसी फंड
बजट प्रबंधन के अलावा इमरजेंसी फंड बनाना भी महत्वपूर्ण है। मान लीजिए कि मुश्किल समय में आपके पास पैसे नहीं हैं तो आप इसके लिए इमरजेंसी फंड का उपयोग कर सकते हैं। आप इमरजेंसी फंड को अपने बैंक खाते में या म्यूचुअल फंड की लिक्विड स्कीम में रख सकते हैं।
कुछ चीजों में कटौती करें
अगर पति-पत्नी दोनों कमाते हैं तो खर्चों को मैनेज करने के लिए कुछ चीजों में कटौती कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, खरीदारी को हर महीने बिना किसी कारण के स्थगित किया जा सकता है। ऐसी कुछ बातों का ध्यान रखकर आप आसानी से अपना बजट मैनेज कर सकते हैं।
तैयार कर लें लिस्ट
बार-बार घर से किराना सामान ऑर्डर करने से बेहतर है कि एक बार में ही उसकी लिस्ट बनाकर ऑर्डर करवा लिया जाए। इससे आप कुछ चीजें सस्ते में खरीद सकते हैं। आप महीना शुरू होने से पहले ही लिस्ट तैयार कर सकते हैं।
80-20 फॉर्मूला
बजट को मैनेज करने का सबसे आसान तरीका यह है कि खर्च आय का लगभग 80 प्रतिशत होना चाहिए और कम से कम 20 प्रतिशत बचाकर निवेश करना चाहिए। इसके अलावा, इंपल्स बाइंग से बचें। किसी मॉल या दुकान में कोई उत्पाद देखते ही उसे खरीदने के बारे में न सोचें।