Bridal Jewellery Designs: इंडियन वेडिंग का जब भी जिक्र किया जाता है तो दुल्हनों के लिए सबसे पहले काम उनके फैशन को एक्सप्लोरर करना रहता है। दुल्हन अपने ब्लाउस से लेकर सदियों तक हर चीज परफेक्ट खरीदना चाहती है, वहीं अगर ज्वेलरी की बात आए तो वह भूल जाती है कि अपने लहंगे Women Fashion के साथ किस तरह की ज्वेलरी को मैच अप करें। अगर आपकी शादी भी होने वाली है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े क्योंकि यहां पर एक से बढ़कर एक ट्रेंडी ज्वेलरी के डिजाइंस दिखाए गए हैं जो आपके दुल्हन वाले लुक में चार चांद लगा देगा। शादी के समय शॉपिंग का दबाव काफी ज्यादा रहता है ऐसे में हम अपने गहनों पर ध्यान देना भूल जाते हैं इसलिए अगर आप इन गहनों को एक बार देख ले तो डायरेक्ट मार्केट में जाकर इस तरह की ज्वेलरी खरीद सकते हैं।
दुल्हन के लिए खूबसूरत ज्वेलरी कलेक्शंस
ट्रेडिशनल चोकर
अगर बात करें चोकर की तो कई बार लोग इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि आपको किस तरह का चोकर पहनना चाहिए? ऐसे में आप ट्रेडिशनल चोकर ट्राई कर सकती हैं। जिसकी फिटिंग अच्छी हो. सदियों से आभूषणों में चोकर को लेकर कई तरह के प्रयोग होते रहे हैं। जिससे इसकी खूबसूरती और भी निखर कर सामने आई है. ऐसा माना जाता है कि चोकर का चलन हैदराबाद और राजस्थान से शुरू हुआ।
पारंपरिक लाडा
इसे सात लाडा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें साइज के हिसाब से 7 हीरे लगे होते हैं. इस हार के सभी तार एक बिंदु पर जुड़े हुए हैं। पारंपरिक लाडा से लेकर आज के आधुनिक लाडा तक, भारतीय डिजाइनरों ने कई प्रयोग किए हैं। जिसमें सबसे ऊपर तरुण तहिलियानी और सब्यसाची का नाम आता है. वहीं, भारतीय दुल्हन भी इस नेकपीस से हमेशा अधूरी ही रहती है। यानी इसके बिना उनका मेकअप अधूरा रहता है. इस हार में कई कीमती पत्थर जड़े हुए हैं।
टिमनिया नेकपीस
ऐसी कई महिलाएं हैं जो अपनी पारंपरिक ज्वेलरी में कुछ अनोखा कैरी करना चाहती हैं। ऐसे में उनके लिए यह टिमनिया नेकपीस एक बेहतरीन विकल्प है। यह हमेशा सोने और कई कीमती पत्थरों से बना होता है। अगर इसके आकार की बात करें तो यह आयताकार है। जिसमें कई झालरें लगी हुई हैं.
रानी हार
इसके नाम में ही राजपरिवार का जिक्र है। यानि कि यह हार ज्यादातर राजघरानों में पहना जाता था। भारत की अधिकांश शाही रानियाँ इस हार को पहनती थीं। इसीलिए इसका नाम रानी हार रखा गया। जिसमें कई बार राजघरानों में रानियों द्वारा यह हार अपनी बेटियों और बहुओं को उपहार के रूप में दिया जाता था। अगर इसकी संरचना की बात करें तो यह सोने और हीरे से बना है। जो इन दिनों कुंदन और पोल्का के रूप में आपके सामने है।
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